यह कहानी है चन्द्रवंश वंशज और उनके वारिस
की! मोक्ष, जो मौत देने को मोक्ष मानता है, दृश्य,
जिसकी दृष्टि पड़ते ही लोग घायल से होते है,
लव, जिससे लड़कियाँ लव करना चाहती है पर
वो है एक अलग ही दुनिया में। इन तीनों के
जिंदगी में इश्क़, मोहब्बत जैसे कोई शब्द है ही
नहीं। तीनों है एक से बढ़कर एक तबाही और
ज़िंदगी जीने का मक़सद अपना बदला। वही,
इनकी ज़िंदगी में कदम रखेंगी इनकी प्रेम कहानी,
इनकी प्रेमिका। कोई धोखे से बंधन में बंधेगा, तो
कोई ज़बरदस्ती, तो कोई सौदे से। आख़िर कौन
है ये तीन मासूम जिनकी ज़िंदगी उलझ गई इन
तीन आग के गोले से? क्या ये तीनों खुद को बचा
पाएगी? या हो जाएगी इनकी, जिनकी ज़िंदगी में
इश्क़ शब्द लेने तक की इजाज़त नहीं? क्या ये
इन तीनों भाइयों के दिल में इश्क़-ए-इबादत भर
पायेंगी? या खुद भूल जायेंगी इश्क़ की पहचान?
Write a comment ...