
मोक्ष अब अपनी जगह से एकदम खड़ा हो गया। पूरी भीड़ एकदम से उसे देखने लगी, लेकिन श्रावणी ने अपना सोलो परफॉर्मेंस रोक नहीं था। उसे अंदर ही अंदर बहुत रोना आ रहा था, या यूँ कहें कि वह अंदर ही अंदर रो ही रही थी, लेकिन बाहर से दिखाई नहीं दे रहा था। उसने भी देख लिया था कि मोक्ष खड़ा हो गया और उसके मन में सवाल भी था कि वह खड़ा क्यों हुआ है।
तभी उसने देखा कि मोक्ष ने अपने कदम स्टेज की तरफ बढ़ाना शुरू कर दिया है। हर दूसरी कुर्सी पर कानाफुसी की लहर दौड़ गई। यहाँ तक कि जो लोग घर से आए थे, वे भी मोक्ष को हैरानी से देख रहे थे। उन्हें भी बुरा लग रहा था; वे भी श्रावणी के लिए कुछ करना चाहते थे, ताकि श्रावणी को ज्यादा तकलीफ न हो।







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