
निष्कर्ष की बीवी को मारने कुछ लोग आए थे, और उन्होंने हमला भी कर दिया था। ध्वनि ने वह देख लिया था और जोर से चिल्लाई थी। निष्कर्ष उसके चिल्लाने से आगे आ गया, और एकदम से उसके कपड़ों और हाथ पर खून के छींटे गिर गए। मधु जी भी जोर से चिल्लाईं, “ध्वनि!” और फिर वह उसके पास गईं और उसे पकड़ लिया।
ध्वनि आंखें फाड़कर सामने देख रही थी, जहां निष्कर्ष थोड़ा झुक गया था। उसके आगे एक लड़की थी, जिसे वह बाँहों में लिए हुए था, और उसके पेट से धारा की तरह खून बह रहा था। निष्कर्ष उस लड़की को संभाल नहीं पाया और खुद भी नीचे की तरफ झुक गया। उसने ध्यान से उसे देखा, लेकिन वह नहीं जानता था कि वह लड़की कौन है।







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