
रात का वक्त था। रेड्डी मेंशन में सभी ने खाना खा लिया था और अपने-अपने कमरे में सोने चले गए थे। जीविका इस वक्त एकलव्य के कमरे में थी और एक केस की फाइल पढ़ रही थी।
“यह केस… जैसा आज सुबह देखा था, वैसा ही कुछ था,” उसने खुद से कहा। 15 साल पहले एक फेमस लॉयर ने इसी तरह का केस लड़ा था, जिसमें एक लड़की को उसके पति ने बच्चों के लिए जलाकर मार दिया था। जीविका ने बड़ी मुश्किल से वह फाइल निकालकर पढ़ी थी। इस फाइल तक पहुंचना उसके लिए बहुत बड़ी बात थी, लेकिन उसके बैक-टू-बैक अच्छे कामों की वजह से उसे जल्दी फाइल मिल गई और ज्यादा एप्लीकेशन्स देने की जरूरत नहीं पड़ी। ऑनलाइन एप्लीकेशन से ही वह फाइल घर आ गई थी।







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